Vivek college of Ayurvedic Sciences & Hospital Bijnor UP
जपा
Classification
चरक-
सुश्रुत-
भावप्रकाश-
Synoyms
त्रिसंध्या - प्रातः, मध्याह्न और सायं इन तीनों संध्याओं मेंपुष्पित दिखाई देने से।
औड्पुष्प - आईषत्उनत्ति। 'उन्दीक्लेदने'।ओडूंपुष्पमस्य।
उडश्लेषणे- पुष्यों के नमींदार व चिपचिपे होने से।
Habit
इसका सदाहरित, सुन्दर व अनेक शाखाप्रशाखायुक्त गुल्म 2.5 मी. तक ऊँचा होता है।
Habitat
यह पूरे भारत में मिलता है। प्रायः यह घरों के आस-पास या बाग-बगीचे में लगाया हुआ मिलता है। यह चीन का मूल निवासी है।
Morphology
इइसका सदाहरित, सुन्दर व अनेक शाखा प्रशाखा युक्त गुल्म 2.5 मी. तक ऊँचा होता है।
पत्र चिकने, चमकीले, दन्तुर, लट्वाकार, शहतूत के समान होते हैं।
पुष्प घंटाकार, अनेक वर्ण के (प्रायः रक्तवर्ण) होते हैं।
फल लगभग 2 से.मी. लम्बे, लंबगोल व अनेक बीजयुक्त होते हैं।
इसमें पुष्प प्रायः हमेशा दिखलाई पड़ते हैं।
Chemical Composition
Plant contains the इसमें cyclopropanoids, methyl sterculate, methyl-2-hydroxysterculate, 2-hydroxysterculate, malvalate beta-sitosterol पाया जाता है । पुष्प का मुख्य anthocyanin cyanidin 3-sophoroside है।