चरक- विषघ्न, कृमिघ्न सुश्रुत- सुरसादि गण भावप्रकाश-
सिन्दुवार - रस से व्याप्त सुवहा - उत्तम सुगंध वहन करती है
It is Shrub or small tree up to 15-20 feet heigh.
भारत में सर्वत्र
a) श्वेतपुष्पी - सिन्दुवार b) नीलपुष्पी
Volatile essential oil
Rasa- कटु, तिक्त Guna- लघु, रूक्ष Virya- उष्ण Vipaka- कटु Karma- वेदनास्थापन, क्रिमिघ्न Doshakarma- कफवात शामक
कटीशूल - निर्गुण्डी स्वरस + एरण्डतैल सन्धिवात - निर्गुण्डी पत्रक्वाथ से नाडीस्वेद प्लीहोदर - निर्गुण्डी पत्र स्वरस + गोमूत्र
मूल, पत्र, बीज
पत्रस्वरस – 10 to 20 ml मूलत्वक् चूर्ण – 3 to 6 g बीज चूर्ण – 3 to 6 g
निर्गुण्डी तैल त्रिभुवनकीर्ति रस वातगजांकुश रस
सम्हालू, मेगुड़
Five-leaved chaste
Vitex negundo Linn.
Verbenaceae