चरक- सुश्रुत- भावप्रकाश-
उग्रगन्ध - तीक्ष्ण गन्धयुक्त महौषध - अनेक रोगों में उपयोगी अरिष्ट - रोगों को दूर करने वाला रसोन – एकरस (अम्ल) रहित ; पंचरसात्मक
क्षुप up to 1 ft high
भारत में सर्वत्र
कन्द - श्वेत या रक्ताभ आवरण से आवृत्त और 5 से 12 यवाकार खण्डों से युक्त
Allicin Allyl-propyl disulphide Diallyl disulphide
Rasa- कटुप्रधान अम्लवर्जित पंचरसात्मक Guna- गुरु, स्निग्ध, पिच्छिल, तीक्ष्ण, सर Virya- उष्ण Vipaka- कटु Karma- ग्राही Doshakarma- कफ वात शामक
वातव्याधि , शूल , अजीर्ण , गुल्म , हृद्रोग
कन्द, तैल
कन्दकल्क – 3 to 6 g तैल – 1 to 2 drops
रसोनवटी रसोनपिण्ड लशुनाद्यघृत रसोनसुरा
लहसुन
Garlic
Allium sativum Linn.
Liliaceae