चरक- श्वासहर सुश्रुत- सुरसादि, शिरोविरेचन भावप्रकाश-
तुलसी - तुलना रहित सुरसा - स्वरस उपयोगी अपेतराक्षसी/भूतघनी - जन्तुघ्न कर्म बहुमंजरी - अनेक पुष्पमंजरी युक्त देवदुन्दुभि – पुष्पक्रम तुरही की तरह सुलभा - आसानी से पाये जानेवाली ग्राम्या - घर-घर में लगाये जाने से
क्षुप
भारत में सर्वत्र
Eugenol, cardinene
Rasa- कटु Guna- लघु, रुक्ष Virya- उष्ण Vipaka- कटु Karma- श्वासहर, विष्मज्वरघ्न, जन्तुघ्न Doshakarma- कफ वात शामक
श्वास कास ज्वर कृमि हृद्रोग विषरोग
पत्र, पुष्प, बीज, मूल
1 to 3 g स्वरस – 5 to 10 ml
त्रिभुवनकीर्ति रस निम्बादि लेप
"तुलसी कटुका तिक्ता हृद्योष्णा दाहपित्तकृत्। दीपनी कुष्ठकृच्छ्रास्रकासश्वासविषापहा॥ श्लेष्मा तमक कृमीन हन्त्यग्निदीपनकारिणी॥" (भावप्रकाश निघंटु) "तुलसी कटु तिक्ता च उष्णा दाहकृदुत्तमा। कफश्वासकासहृद्या विषघ्नी दीपनी परा॥" (चरक संहिता)
तुलसी
Holy Basil / Sacred Basil
Ocimum sanctum Linn. (ऑसिमम सैंक्टम)
Labiatae (लैबिएटी)