चरक- कुष्ठघ्न, कण्डूघ्न, विरेचन, तिक्तस्कन्ध सुश्रुत- आरग्वधादि, श्यामादि, अधोभागहर भावप्रकाश-
चतुरंगुल - पर्वों का प्रमाण ४ अंगुल होने से राजवृक्ष - सुन्दर वृक्ष दीर्घफल - लम्बी फली होने से कृतमाल - पुष्पों की माला धारण करने वाला शम्पाक - कल्याणकारी फल देने वाला स्वर्णभूषण - पीतवर्ण के सुवर्णसदृश पुष्पों से युक्त सुवर्णक - सुन्दर वर्ण वाला
A Medium sized Perennial tree up to30 Feet Hight.
Found in the tropical parts of India.
Anthraquinone, lignoceric acid.
Rasa- मधुर Guna- गुरु, स्निग्ध , Virya- शीत Vipaka- मधुर Karma- Doshakarma- त्रिदोषशामक
ज्वर, हृद्रोग, रक्तपित्त, कुष्ठ, कृमि
फलमज्जा, मूलत्वक्, पुष्प और पत्र
फलमज्जा – 5 to 10 g मूलत्वक् क्वाथ – 40 to 80 ml पुष्प – 5 to 10 g
आरग्वधारिष्ट आरग्वधादि लेह महामरिच्यादि तेल महामन्जिठादि क्वाथ
अमलतास
Pudding pipe tree
Cassia fistula Linn. (कैसिया फिस्टुला)
Leguminosae (लेग्युमिनोसी)