HERBAL GARDEN

Vivek college of Ayurvedic Sciences & Hospital Bijnor UP

पुनर्नवा

Classification

चरक- वयःस्थापन, कासहर, स्वेदोपग, अनुवासनो पग
सुश्रुत- विदारिगंधादि
भावप्रकाश-

Synoyms

शोथहनी – शोथनाशक होती है।
वर्षाभू - वर्षा में पुनः उत्पन्न हो जाता है।
कठिल्लक - बिना बारिश के जो शुष्क हो जाती है।
शिलाटिका - पथरीले मैदान में उत्पन्न होती है।

Habit

क्षुप

Habitat

भारत में सर्वत्र, प्रायः पथरीले स्थानों में पाया जाता है।

Morphology

  • पत्र - अभिमुख, प्रत्येक पर्व में दो पत्र - एक छोटी और एक बड़ी ।
  • पुष्प- श्वेताभ या गुलाबी
  • मूल- स्थूल, दृढ़ और श्वेत

Chemical Composition

Punarnavine, Potassium Nitrate

Guna-Karma

Rasa- मधुर, तिक्त
Guna- लघु, रूक्ष
Virya- उष्ण
Vipaka- मधुर
Karma- मूत्रत्न, शोथहन, रसायन, विषघ्न
Doshakarma- वातकफ शामक

Medicinal uses

शोथ
पाण्डु
विषरोग
वृद्धि
उदररोग
रक्तपित्त

Useful Part

मूल, पंचांग

Doses

स्वरस -10-20ml
चूर्ण 1-3g

Important Formulation

पुनर्नवाष्टक क्वाथ
पुनर्नवासव
पुनर्नवादिमंडूर

Shloka

Hindi Name​

गदह पुनरनवा

English Name

Spreading Hogweed

Botanical Name

Boerhavia diffusa

Family

Nyctaginaceae